मुझे मेरा बचपन दिख जाता है
जब भी तू मेरी गोद मैं आता है
भूल जाता हु हर गम ज़िंदगी का
जब तेरा चहेरा सामने आता है
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मुझे मेरा बचपन दिख जाता है
जब भी तू मेरी गोद मैं आता है
भूल जाता हु हर गम ज़िंदगी का
जब तेरा चहेरा सामने आता है
प्यार से खिलाएं निवाले भी गिनवा दिया
गैरो की गिनती अभ अपनो में करने लगा हूं
वह है जिन्होंने अपनो को जानना सीखा दिया
क्या फर्क पड़ता है कोन सही कोन गलत
जिसको जो करना है पहले ही दिल को सीखा दिया
जिनको समझा था ताकत दुनियां से लड़ने की
उन्होने ही आज मुझे कमज़ोर बना दिया
अपनी अपनी आय्यासियो का हिआब कारिए जनाब
अपने तो दस्तरखान पर भी हिसाब बना दिया
मेरा किसी से जबरदस्ती का इरादा नहीं
कोई कसम खाने की नही कहूंगा कभी
मैं सिर्फ पूछ रहा हु तुमसे मांग रहा कोई वादा नहीं।
माटी का पुतला हूं मैं कोई पत्थर की मूरत तो नहीं?
तेरा इतना दर्द देना समझ नहीं आता।
क्या किसी गैर से सौदे बाज़ी करली हैं
शायद इसलिए मेरा हाल तुझे नज़र नही आता।
जिस आंख का तारा कहते उन्हीं आंखो में खटकने लगा हूं
मैंने पूछ ली जो वजह उनसे वो कहते है मैं बदलने लागा हूं।
जो वक्त पड़ने पर मुझे मेरी ओकात दिखा देते है
इस बहाने सही मुझे ये भी बता देते है
रिश्तों की गिनती की भी गलतफहमी ना रखा
तू अकेला खड़ा है ये भी बता देते है।
कुछ राज़ सीने में दफ़न हो जाना ही ठीक है
कहीं बार चुपचप ही रो जाना भी ठीक है
क्या पता कोई गम को हसी में उड़ा जाए
ऐसे रिश्तों से अपने आप दूर हो जाना भीी। ठीक है।
फिर भी भयभीत ।
मैं काली हूं कंकाली
काल पे भी मेरी जीत।
पैर रख दिया जमी पर
में भय पर छा गई।
तूने याद किया दिल से
ओर मां आगई
Paisa kamane ke liye ek din , Naam kamane ke liye Puri zindagi. Bigdne me ek pal Kafi hota, Vishvas banaye rakhiye Naam jamye rakhiye , Jai...