शनिवार, 4 फ़रवरी 2023

भिखारी

 भिखारी 


जी हा दोस्तों आज का ब्लॉग है थोड़ा अलग, थोड़ा अटपटा सा दोस्त ट्रैफिक की रेडलाइट पर जब भी ब्रेक लगते है , एक बच्च रेडलाइट के सामने कला बाजी मरता हुआ आता है,ओर बाईक, कार,वालो के पास आकर पैसे मांगता है, कुछ लोग पैसे देते है कुछ लोग नसीहत,भीख मगना गलत बात है,मगर फिर वो करे क्या ना पढ़ाई ना हुनर ना सिर पर छत,फिर करे क्या,फिर भी बेचारा ये समझ गया भीख मांगना गलत बात है,ओर कुछ रंग बिरंगे गुब्बारे लेकर, फिर रेडलाइट पर खड़ा हुआ,मगर अब उसके हाथ भीख मांगने के लिए नहीं मेहनत के लिए उठे है मगर अब इनके गुब्बारे शाम को बच जाते है, ओर ये लोग खाली पेट भी सो जाते है, क्यों की उन्हें क्या पता था, जिसने कहा था भीख मांगना गलत वो रात को पेट भर खाना खाके आराम से सो रहा है, क्योंकि नसीहत देने के पैसे नही लगते साब,ना जाने कितने ऐसे बच्चे,कोई गुब्बारे,कोई खिलौने,कोई हाथ में कपड़े लिए ,ये खुद को बदलना चाहते है,मगर हम ही सायद इनकी मादत से पीछा छुड़ाने में लग जाते है,

Please 🥺 help

ये बदलना चाहते है अगर आप इनका साथ दे ,

एक बैलून का सवाल है 




सोमवार, 16 जनवरी 2023

मां की सीख कहनी,

 चार बच्चे आपस में झगड़ रहे थे,

मां ने पुछा क्या हुआ बच्चे बोले हम अलग अलग रहना चाहते है, मां आप किसके साथ रहोगी, मां सोचने लगी और बोली बोली,जो मुझे सबसे ज्यादा प्यार करता है, अब बच्चे सोचने लगें कोन है जो मां को सबसे ज्यादा प्यार करता है। मां ने कहा,जब तक तुम ये साबित नही कर देत सब एक साथ रहेंगे, बीना लड़े बीना झगड़े,

मां की ममता ने उनका, रुख ही बदल दिया।

कभी कोई मां को खुश करने के लिए खूब पड़ता,कोई जायदा मेहनत करता,कभी कोई कुछ लाया करता,कभी कोई,ओर ये सिलसिला कई सालो तक चलता रहा सभी अपने पैरो पर खड़े हो गए कामयाब हो गए ,सभी भूल गए उनका उद्देश क्या था और क्या बन गया।

सच में मां जैसा कोई सिक्षक नही।

अपनी ममता से बीना छड़ी के जानवर को भी इन्सान बना दे,



दोस्तो कैसी लगी आपको ये कहानी 

हमे जरूर लिखें 


ओर मां के लिए दो शब्द जरूर लिखें।


Pt kkvats ✍️

Naam kamao,paisa nahi

 Paisa kamane ke liye ek din , Naam kamane ke liye Puri zindagi. Bigdne me ek pal Kafi hota, Vishvas banaye rakhiye Naam jamye rakhiye , Jai...