वक्त की आंच में पत्थर भी पिधल जाते हैं,
खुशी के लम्हे ग़म में बदल जाते हैं,
कौन करता है याद किसी को मेरे यारो,
वक्त के साथ खयालात भी बदल जाते हैं !
खुशी के लम्हे ग़म में बदल जाते हैं,
कौन करता है याद किसी को मेरे यारो,
वक्त के साथ खयालात भी बदल जाते हैं !
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