कभी वक़्त मिला नही मुझे खुदको समझ ने का
पर काबिले तारीफ जो हमे पलभर मे समझा गए ,
कुछ कमी से रूबरू तो हम भी थे खुदकी ,
मगर जमी ओर आसमा मे फर्क बता गए ,
पर काबिले तारीफ जो हमे पलभर मे समझा गए ,
कुछ कमी से रूबरू तो हम भी थे खुदकी ,
मगर जमी ओर आसमा मे फर्क बता गए ,
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