बुधवार, 10 फ़रवरी 2021

मैं उड़ सकता हूं अभी हिम्मत बहुत बाकी हैं


 मै उड़ सकता हूं अभी हिम्मत बहुत बाकी है

फिर से जीत लाऊंगा सब जीवान अभी काफी है


बस निराश हूं थोड़ा सा पर सवार सकता हूं

तुम गले लगा के तो देखो क्या कर सकता हूं मै


मुझे किस्मत की ज़रूरत नहीं इरादों में जना बाकी हैं

कंधे पे एक बार हाथ तो रखो मेरे उड़ान बाकी है


जीतना समझते हो मुझको उतना भी नाकारा नहीं

मै अब भी लड़ रहा हूं मुकद्दर से मगर हारा नहीं


ज़रा सी धूल जमी है अभी चमक बहुत बाकी है

हल्के से सवार चमक जाऊंगा रोशनी अभी बाकी है

सोमवार, 4 जनवरी 2021

वो मेरे देश का किसान है


 कभी थका नहीं  कभी हारा नहीं , टूटना जिसने नहीं सीखा,

जो हर हालात मै जी गया, कभी उम्मीद नहीं छोड़ी

हर दुख को पी गया, इरादो में जान है,

 बनजर जमी से भी हरियाली लेहेरा जाता है जो

सरसों की फसल तो काभी कनक के बीच मुस्काता है,

अपनी जीत का ताज देश के सर् लहराता है

हां वहीं किसान है, बेशक वो कितना भी बूढ़ा हो

फिर भी जवान है, वो मेरे देश का किसान है,

जो मौसम नहीं देखता बस घर से निकल जाता है, मिलो का सफर नगे पैरो से तय कर जाता है, धरती पर ही रेहेना जिसकी पहचान है, हां वो मेरे देश का किसान है,

जो अपने उसूलों प्र खरा है जिसकी मिट्टी में बस्ती जान है

आज साथ मांगता है जो सबसे , तो लोग क्यों हैरान हैं

क्या हार जाएगा वो जो देश का सम्मान है,

जो आज एक तरफा खडा, वों मेरे देश का किसान है-२


जय जवान जय किसान








शुक्रवार, 25 दिसंबर 2020

बचपन की कहानियां याद है मुझे

 बचपन की कहानियां याद है मुझे


जो पाया मैंने तुमसे अहसास है मुझे

आंखे बंद थी बोल नहीं पाता था

पर ना जाने तुमको सब समझ आता था

नींद ना लेने देता था ना खुद सो पाता था

मां याद है एक -2 बात मुझे 

मै तुमको कितना सताता था।

खाने का निवाला लिए मेरे पिछे दौड़ा करती थी

खुद खाना खाने से पहले मेरी चिंता करती थी।

याद है एक - 2 बात मुझे मै तुमको कितना भगाता था।

टूट गया जब मेरा खिलौना उस दिन कितना रोया था

नया बैट लेने को कहकर रात भर ना सोया था।

मेरी मुस्कुराहट उस दिन मा तुमने लौटाई थी।

ना जाने की कैसे पापा से लड़के नया खिलौना लाई थी।

बचपन की बातो को याद कर आज भी भर आता हूं

मै जाने अनजाने में तुमको कितना सताता हूं।

बचपन की कहानी याद है मुझे 

जो पाया मैंने तुमसे अहसास है मुझे।


मेरी एक ओर कविता मां को समर्पित

Pt kk vats

आज कल शाम कुछ


 

Naam kamao,paisa nahi

 Paisa kamane ke liye ek din , Naam kamane ke liye Puri zindagi. Bigdne me ek pal Kafi hota, Vishvas banaye rakhiye Naam jamye rakhiye , Jai...