मैं गिरता हूं वो हंसते है
ये उनका काम है।
गिर कर संभाल जाता हु
ये बात आम है।
Hi friends my name PT KK VATS, write blogs, make my own, do not copy anyone& poetry, apart from this, I also write stories,Once you visit my blog, you will like it, because whatever I write, I write my heart. thanks & welcome
बस का सफ़र
रोज का आना रोज का जाना।
बस का सफर जी बड़ा सुहाना ।
थक कर आना बस पकड़ना
कंडेक्टर से रोज झगड़ना।
खिसक खिसक कर आगे बढ़ना ।
छीन झपट कर सीट पकड़ना ।
रोज की धक्का-मुक्की होना।
फिर देख के महिला और बुजुर्ग को सीट खोना ।
चुपचाप खड़ा होकर हो कर अफ़सोस जताना।
पर मन ही मन सीट देकर खुश भी हो जाना
खुस होने का कोई ना कोई ढूंढना बहाना।
बस का सफ़र बड़ा सुहाना।
टूट जाता हूं जब घर आता हूं।
कुछ अनजानो को देख मुस्कुराता हूं।
जिनके साथ सफ़र में रोज का आना जाना
बस का सफर जी बड़ा सुहाना।
सत्य क्या असत्य क्या कुछ नही जानत हूं
सत्य क्या असत्य क्या कुछ नही जानत हूं
आपका हूं में भोले आपको मानत हूं
पाप पुण्य क्या ना जानू मैं ज्ञानी नही
तुम्हारे नाम के सिवाए कुछ मुंह ज़ुबानी नहीं
भला हूं बुरा हूं अन्धकार का मारा हूं
सिविकार करो शंभू जैस हूं तुम्हारा हूं
कोई नही संसार में जिसका हूं प्यारा मैं
तू ही गोद ले लो फिरता हूं मारा मारा मैं
सूना है मां से मैने तुमसा कोई दानी नही
काल को हर ले भक्त के तुमसा कोई ज्ञानी नही
हे त्रिलोकी तुमरी माया के सागर में खो जाऊं
थक गया हूं चलते चलते तुमरी छाव में सो जाऊं
जिसे समझना समझाना नहीं पड़ता।
जिसमे कोई बदलाव नहीं होता।
जो वो आज मेरे लिए है अगले जन्म में वही रहेगा।
जिसके लिए मैं आज जैसा हूं सदा वैसा रहूंगा।
जो सिर्फ देने की नियत रखता है।
जो मेरे हर मार्ग पर सदैव साथ है।
जिसके साथ मैं कभी अकेला नहीं हूं।
गुरु भी है जो माता पिता भी है।
जो भ्राता और सखा भी है।
वह एक रिश्ता परमेश्वर का है।
जो अपने भक्त से भगवान का है।
इस रिश्ते में कभी कोई बदलाव नहीं होता।
परमात्मा से आत्मा का संबंध वही रहेगा।
बाकी सब बदल जाएगा ।
यही परम सत्य हैं l
ॐ नमः शिवाय।
Pt Kk vats आपका अपना 🙏
माता पार्वती महादेव का निवास स्थान भी है,
यह वैज्ञानिक आधार पर धरती का केंद्र भी है,
श्री कैलाश पर्वत का दर्शन महादेव के दर्शन है।
ॐ नमः शिवाय 🙏
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