Hi friends my name PT KK VATS, write blogs, make my own, do not copy anyone& poetry, apart from this, I also write stories,Once you visit my blog, you will like it, because whatever I write, I write my heart. thanks & welcome
गुरुवार, 4 मार्च 2021
कोई ओर लफ्ज़ ना कहना ।
ठोकर खाकर रगड़ रहा हूं
ठोकर खाकर रगड़ रहा हूं मै।
किसी दरदरे पत्थर से छबि में बदल रहा हूं मै ।
शायद तराश रहा है खुदा अपनो के कदमों से मुझे ।
उनके कदमों मैले है पर मैं चमक रहा हूं ।
Pt kk vats 🙏
चल दिए तेरे शहर से
चल दिए तेरे शहर से किसी और ठिकाने को
कोई ओर खिलौना ख़रीद लो अब दिल लगाने को ?
Pt kk vats 🙏❤️
रविवार, 28 फ़रवरी 2021
रविवार, 21 फ़रवरी 2021
बुधवार, 10 फ़रवरी 2021
मैं उड़ सकता हूं अभी हिम्मत बहुत बाकी हैं
मै उड़ सकता हूं अभी हिम्मत बहुत बाकी है
फिर से जीत लाऊंगा सब जीवान अभी काफी है
बस निराश हूं थोड़ा सा पर सवार सकता हूं
तुम गले लगा के तो देखो क्या कर सकता हूं मै
मुझे किस्मत की ज़रूरत नहीं इरादों में जना बाकी हैं
कंधे पे एक बार हाथ तो रखो मेरे उड़ान बाकी है
जीतना समझते हो मुझको उतना भी नाकारा नहीं
मै अब भी लड़ रहा हूं मुकद्दर से मगर हारा नहीं
ज़रा सी धूल जमी है अभी चमक बहुत बाकी है
हल्के से सवार चमक जाऊंगा रोशनी अभी बाकी है
ट्रेंड में भारत
नमस्कार दोस्तों आज बात करते है ट्रेंड की क्यों आज कल जो भी फैमस होता है लोग उसे ट्रेंड बना देते है, रहने सहन, खानपान, से लेके भगवान को भी ...
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साथ बैठ कर भी एक दुसरे को अनदेखा कर देना हर बात का जवाब हां ओर हूं में देना दे देना बिना बताए अपनो के घर पहुंचे हो जाते है हैरान ये दोष अपन...
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सतयुग, द्वापर युग, त्रेता युग,में जब भी ब्रह्मण को भोजन के लिया आमंत्रित किया जाता था तो , ओर उनका पूजन किया जाता, ओर चरण स्पर्श कर उन्हें घ...