रविवार, 26 अप्रैल 2020

हाले दिल का तो

हाले दिल का तो किसी को एहसास नही,
जो खोया है मैंने वो उनके पास नही,
एतराज ना करना कुछ केहे जाऊ तो,
मुझे आपसे उम्मीद भी कुछ खास नही,

बुधवार, 8 अप्रैल 2020

हर वक़्त बढ़ने की चाहामे इतना वो बड़ गया,
क्या पता था इंसान को की उसका घर उजड़ गया,
सीकर करने वाला आज खुद कैद में पड़गया,
क्या पता था इंसान को की उसको घर उजाड़ गया

मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

क्या आप ने हाल उनका भी जाना है,

क्या आपने उनका हाल भी जाना है,
जो कुछ रातो को भूखा सो जाता है,
क्या कभी मिले हो उस मजबूर से,
जो कंधे पे हाथ रखते ही रो जाता है,

तेरे हुक्म से हुकूमत घरो में जा कर बैठे,
जो रहते है सड़क पर उनका आशिया बेहेगया,
पानी पीकर वो चुपचाप सो जाता है,
उसका का कफन भी तूफ़ा उड़ा कर लगाया,

दुआ का क्या वो हर कोई कर लेता हैं,
जज़्बाती बातो से क्या कोई पेट भर देता है,
कोई हालात देखे जाके उसके घर का,
जो भुखा प्यासा भी उसका नाम लेके सो जाता है,

गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

अब बस कर जिन्दगी


अब बस कर जिन्दगी


अब बस कर जिन्दगी ओर यही बाकी था जहांन में,
क्या अब कैद भी होना होगा अपने ही मकान में,
बहुत कहता था अपनो में बैठने का वक़्त नही मिलता,
इतना जयाद अपनापन अब मुझे नही झिलता,
भूल गया हूं लेट लेट कर क्या होती है थकान में,
ओर कैद नही रह सकता अब अपने मकान में,
कुछ शर्म बाकी छटने लगी, है अब तो,
छोटी गलतिया भी कटखने लगी अब तो,
हर घर मे बस एक यही शोर हो रहा है ,
अपनो देख देख हर कोई बोर हो रहा है,
ऐसा लगता है जैसे हु बिन बुलाया मेहमान में
बस ओर नही रहे सकता हु अब अपने मकान मैं,


शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020

हर गली समशान होगयी

हर गली समशान होगयी
ज़िंदगी बेजान सी होगयी
लोगों की भीड़ तो बहोत है
पर एक भी इंसान नही
मानो के जैसे इनमें जान नही
टूट टूट कर रोती है माँये
जिनकी दूर संन्तान होगयी,
जिन घरों में जीती थी ज़िन्दगी ,
वो अब टूट हुए मकन हो गयी,
हार गली समसान सी होगयी
ज़िन्दगी बेजान सी होगयी,

रविवार, 9 फ़रवरी 2020

ल्फजो को लपेट कर

ल्फजो को लपेट कर रख लिया हम ने
जब देखा के कोई समहजदार नही है ,
जानकर भी मुह फेरलु हाकीकत से
मुझमे एसे हुनार का कलाकार नही है,

मुझे तो शोक से दफना देने

मुझे तो शोक से दफना देने अगर  हर जिद हर पुरी हो जायेतो ,
समझ  लूँगा एक रात का दिया हुआ मैं जो रोशनी कर चला ?

ट्रेंड में भारत

 नमस्कार दोस्तों  आज बात करते है ट्रेंड की क्यों आज कल जो भी फैमस होता है लोग उसे ट्रेंड बना देते है, रहने सहन, खानपान, से लेके भगवान को भी ...