रविवार, 9 फ़रवरी 2020

हाथों से जैसे


हाथो  से  जैसे  किसी  के छुठने  लगा  हु
ओ  ज़िन्दगी  मे  तुझसे  रूठ  ने  लगा  हु ,
मुझे  मुठ्ठी  मे  रोकने  की  जीद  ना  कर
मैं उस  बर्फ के तुकडे सा खुद मे ही  दूब रहा हूँ ?

अलविदा जिन्दगी

अलविदा ज़िन्दगी कहै  जाऊ जब
मुझे यादों में समेटे लेना
वक़्त मिल जाये जो आपसी तकरारो से
एक पल याद हमे भी कर लेना

इतना ना सता ज़िन्दगी

इतना ना सता ज़िन्दगी की अफसोस हो तुझे ,
ये जो किराये का मकान  कोई ओर  नही लेगा
?

किलकारी

 नन्ही किलकारी पर
सबसे पहला हक है उस का
जिससे मिली पहचान मुझे
नान्हे से बेजान कदमो को
एक उँगली से मिली उड़ान मुझे
पीठ पर बैठा कर दुनिया दिखाई मुझे
सबसे अपनो की पहचान कराई मुझे
उसका एक सब्द ही जीवन का अर्थ
सीखा जाता हैं,

नमन करता हूँ प्रभु का
जो माँ सी ढाल बनाता है

जन्मदिन मुबारक हो माँ

भगवान से यही प्राथना है ,
सारे रिस्ते इधर से उधर हो जाए
पर हर जन्म में मुझे तुम्हारा ही
बेटा बनने का सौभाग्य प्राप्त हो,
तन्हाई मे रहनेका शौक नही मुझको
कुछ मजबूरियों ने,मंज़ूर करवा लिया,

ताश के महल

ताश के महल सी है जिंदगी
कुछ हवा सी चली बिखर गई
टूटता रहा सब को जोड़ता रहा में
ज़िन्दगी तुझे किस
दिशा मोड़ता रहा में

Gyan bhakti darshan Live Stream