गुरुवार, 14 मई 2020

दुबजाऊ मुझे कोई परवाह नहीं


दुबजाऊ मुझे कोई परवाह नही।
तेरे रहमत के साहिल में सावरे।
करलिया है इरादा तुझे पाने का।
वक़्त कर दे बया अब तो तू आने का।
श्याम तेरे ही रंग में रंगजाऊ में।
माये पीला दे तू ऐसी महक जाऊ में।
मुझको डर ना रहा अब ज़माने का।
कर लिया है इरादा तुझे पाने का।
गिर ना जाऊ ज़मी पर सम्बलो मुझे।
आके बाहों में अपनी उठालो मुझे।
छोड़ दो अब इरादा यो तड़फने का।
कर लिया है इरादा तुझे पाने का,

वो कहते है तेरी बंदगी

वो कहते है तेरी बंदगी फ़िज़ूल का काम है,
तो इस फिजुली जिंदगी से दिल को आराम है,
माज़ूर है गोविन्द अब तेरा हर फ़ैसला मुझको,
तेरे हुकम की तामील नाहो तो जीना हराम है,

अन्दाज़ा ना था किसी को


अन्दाज़ा ना था किसी कोतेरी अत्फ़ का,
तेरे अफसानों को बयान करू तो कैसे ।
हज़ारो आफ़ताब रोशनी करे सज़दे में जिसके,
हे (रविलोचन ) गोविंद तेरा दीदार में करू कैसे।

बुधवार, 13 मई 2020

दुमाच का माहौल

लागत है हर तरफ़ दुमाच का माहौल है,
पा रहा वही है जो उनसे जुड़ा है,
जीत रहा वही है जो उनसे मिला है,
बढ़ रहा वही है जो साथ उनके चला है,
मजबूर अब भी मजबूर है,
सल्तनत नशे में चूर है,
गरीब के घर दिया नही है,
आज फिर पानी पीकर सो गया है,
इंसान क्या बादनसीब हो गया है,

रविवार, 10 मई 2020

तुम खुस हो तो

तुम खुश हो तो खुसी मिलती है, दिन भी अच्छा जाता है,
जैसे तेरे इशारो को खुदा भी समझ जाता है,

माँ को समर्पित मेरा जीवन ,

शनिवार, 9 मई 2020

मेरी माँ

मेरी माँ सबसे प्यारी माँ,
प्यार हमे वो करती ज्यादा,
हम दोनों भाई को जोभी दे आधा आधा,
सुबह वो हमसे पेहे उठकर खाना वो बनाये
पहले दे हम दोनों को बद में वो खाये,
खेल खेल मे कभी हँसाती कभी समझती है,
माँ हमारी प्यारी माँ, बस हमे देख मुस्काती है,

गुरुवार, 7 मई 2020

हर किसी मग़रूर को

हर किसी मग़रूर को कुछ पल में बता दिया
ये कायनात तेरी ही है तूने समझा दिया,
हो गया था गुमान जिनको तानाशाही का
उन्हीं शहनशाहो को तुने खाक में मिला दिया,

Naam kamao,paisa nahi

 Paisa kamane ke liye ek din , Naam kamane ke liye Puri zindagi. Bigdne me ek pal Kafi hota, Vishvas banaye rakhiye Naam jamye rakhiye , Jai...